नबी की मेरे आँखों की शीतलता
उनकी देह एक विचित्र मौसम जैसी थीं। उनकी शीतलता मन को अंदर तक पकड़ देती थी, बातचीत का एक अनुभव बन जाती थी। उनके दृष्टि में सारी कथाएं झलक
उनकी देह एक विचित्र मौसम जैसी थीं। उनकी शीतलता मन को अंदर तक पकड़ देती थी, बातचीत का एक अनुभव बन जाती थी। उनके दृष्टि में सारी कथाएं झलक